नेता - १
सर पर गाँधी टोपी
मुंह में पान
कुर्सी में अटकी
जिसकी जान
नेता - २
लोगों को
मदारी बन कर हंसाए
कुर्सी पर बैठते ही
जोंक बन जाए
नेता - ३
पांच साल तक
अंग्रेज़ी में करे बात
चुनाव पास आते हि
हिन्दी को करे याद
नेता - ४
चुनाव में
विरोधियों को निकाले गाली
चुनाव ख़त्म होते हि उनके साथ
मिल कर बजाय ताली
नेता - ५
आज के नेता
कुम्भकरण को आदर्श मानते हैं
तभी तो पाँच साल में एक बार
नींद से जागते हैं
नेता - ६
नेता और उल्लू
एक से होते हैं
दोनों हि दिन में सोते हैं
फर्क बस इतना
उल्लू पेड पर
नेता संसद में होते हैं
नेता - ७
नेता और मेढक में
एक बात सामान्य है
दोनों अपने अपने मौसम में आते
अपना अपना राग सुनाते
नेता वोट वोट
मेढक टर्र टर्र टर्राते
फर्क - मेढक साल के साल आते,
नेता पाँच साल बाद मुस्कुराते
नेता - ८
नेता और बिल्ली में
सामान्य रूप से क्या पाया
दोनों ने किसी न किसी को उल्लू बनाया
फर्क बस इतना है
नेता ने जनता का,
बिल्ली ने बंदर का माल खाया
नेता - ९
नेता जी ने
चुनाव जीतने कि करी तैयारी
खद्दर और लाठी छोड़ कर
ऐ के ४७ से कर ली यारी
सही व्याख्या की है नेता जी की:)
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जवाब देंहटाएंनेता - ३
पांच साल तक
अंग्रेज़ी में करे बात
चुनाव पास आते हि
हिन्दी को करे याद
नेता - ४
चुनाव में
विरोधियों को निकाले गाली
चुनाव ख़त्म होते हि उनके साथ
मिल कर बजाय ताली
–सत्य कथन
बड़ा आनन्द आया
एकदम सटीक विश्लेषण है सर।
जवाब देंहटाएंशानदार कथ्य।
बहुत ही शानदार सृजन ...
जवाब देंहटाएंनेता का सही परिचय... बहुत खूब जनाब!
जवाब देंहटाएंक्या बात है । ए के ४७ से भी अधिक मारक । बहुत ही बढ़िया ।
जवाब देंहटाएंनेता और उल्लू
जवाब देंहटाएंएक से होते हैं
दोनों हि दिन में सोते हैं
फर्क बस इतना
उल्लू पेड पर
नेता संसद में होते
वाह!!!
बहुत ही लाजवाब1
दोनों अपने अपने मौसम में आते
जवाब देंहटाएंअपना अपना राग सुनाते
वाह्ह्ह बेहतरीन
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन के सापताहिक अवलोकन में" आज शनिवार 28 अगस्त 2021 शाम 3.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंनेता और उल्लू
जवाब देंहटाएंएक से होते हैं
दोनों हि दिन में सोते हैं
फर्क बस इतना
उल्लू पेड पर
नेता संसद में होते हैं
https://mannkepaankhi.blogspot.com/2021/08/745.html