लाल रंग से रंगा हर कक्ष है
एक सत्ता दूसरा विपक्ष है
न्याय की कुर्सी पे है बैठा हुवा
शक्ति उसके हाथ में प्रत्यक्ष है
चापलूसी भी तो आनी चाहिए
क्या हुवा जो कार्य में वो दक्ष है
आज सब कैदी रिहा हो जायेंगे
छल कपट ही आज का अध्यक्ष है
आज भी शकुनी का पक्ष है भारी
गया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
कृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
आज भी शकुनी का पक्ष है भारी
जवाब देंहटाएंगया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
कृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
Simply wow !!
चापलूसी भी तो आनी चाहिए
जवाब देंहटाएंक्या हुवा जो कार्य में वो दक्ष है.
bahut badhiya..khub likha aapne..
badhayi..
kya bataye aaj aapane mood ko change kar diya ......par bilkul bilkul satik hai our khubsoorat hai ......sahi hai.......behatarin hai........aaj kal ki rajniti hai ....par aapki lekhani awashya hi jadugarani hai ....bahut bahut aaabhar
जवाब देंहटाएंom arya
चापलूसी भी तो आनी चाहिए
जवाब देंहटाएंक्या हुवा जो कार्य में वो दक्ष है
आज की कार्य प्रणाली पर किस दक्षता से आपने चोट की है...शब्द नहीं मिल रहे प्रशंशा को...वाह...दिगंबर जी वाह.
नीरज
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
जवाब देंहटाएंकृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
खूबसूरत रचना
aaj ke halat par khoobsorat rachna
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंलाजवाब और बहुत ही सटीक लिखा आपने. शुभकाम्नाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
kamal.....
जवाब देंहटाएंधर्म के बदले हुवे हैं मायने
कृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
aap jab bhi likhte ho badiya hi likhte ho, kabhi aapke aadhe tak pahunch paoon.Galti se pichli comment aapko koi aur samajh ke kar gaya tha. ab delete kar di hai.
....ab aapki kavitaon, gazlon ke chakryuh se chute to hi to abhimanyu bahar aa paye?
बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति, आभार ।
जवाब देंहटाएंचापलूसी भी तो आनी चाहिए
जवाब देंहटाएंक्या हुवा जो कार्य में वो दक्ष है.
kya baat hai!bahut sundar,badshai!
बहुत ही लाजबाव रचना. बेहतरीन अभिव्यक्ति. आभार.
जवाब देंहटाएंjee , log kahte hain kee aaj-kal bas yahi dastoor hai. Lekin kavi isse asahmat hain. kavi kee asahmatee se main bhee sahmat hun. lekin kirshn kiske pakcha me hai, yah to samay tai karega... tab tak ke liye bas intzar...
जवाब देंहटाएंMan prasan ho gaya.utkrisht rachna.
भाव तो भाव/इन काफ़ियों के चयन पर कोई भी बड़े से बड़ा गज़ल्गो कुर्बान हो जाए बहुत खूब
जवाब देंहटाएंश्याम सखा श्याम
चापलूसी भी तो आनी चाहिए
जवाब देंहटाएंक्या हुवा जो कार्य में वो दक्ष है
आज सब कैदी रिहा हो जायेंगे
छल कपट ही आज का अध्यक्ष
वाह भाई जी मज़ा आ गया. इन क़ाफ़ियों का निर्वाह बहुत कठिन है लेकिन आपने बडी सहजता से कर दिया. वाह!
aaj ke samay ke liye ek behad hi sateek rachna!! great!!!
जवाब देंहटाएंultimate...superb !!
जवाब देंहटाएंकविता की हर पंगती सोचने को मजबूर करती है |
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर |
आज भी शकुनी का पक्ष है भारी
जवाब देंहटाएंगया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
अति सुन्दर,शुभकामनाये
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
जवाब देंहटाएंकृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
लाजबाव अभिव्यक्ति.
बधाई।
आपने लाजवाब कर दिया
जवाब देंहटाएं---
राम सेतु – मानव निर्मित या प्राकृतिक?
कृष्ण बेचारा डर कर अलग खडा है क्योकि कलयुग में एक बार अपने प्राण गवां ही चूका है
जवाब देंहटाएंआज भी शकुनी का पक्ष है भारी
जवाब देंहटाएंगया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
लाजवाब वैसे तो आपकी रचनायें पढते 2 निशब्द ही हो जाती हूँ मगर आज की गज़ल मे तो कमाल है किस किस शेअ र की बात करूँ दूआपर और कलयुग मे क्या समन्म्य बिठाया है-
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
कृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
अपने आप मे अद्भुत अभिव्यक्ति है बहुत सुन्दर गज़ल के लिये बधाई
न्याय की कुर्सी पे है बैठा हुवा
जवाब देंहटाएंशक्ति उसके हाथ में प्रत्यक्ष है
चापलूसी भी तो आनी चाहिए
क्या हुवा जो कार्य में वो दक्ष है
वाह.....राजनीती के रंग में लिपटी चापलूसी करती लाजवाब ग़ज़ल ....!!
वाह क्या काफ़िये पाये हो सरकार....बहुत खूब
जवाब देंहटाएंसब शेर गज़ब !
आज सब कैदी रिहा हो जायेंगे
जवाब देंहटाएंछल कपट ही आज का अध्यक्ष है
आज भी शकुनी का पक्ष है भारी
गया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
कृष्ण देखें आज किसके पक्ष है।।
वाह्! भाई दिगम्बर जी, आज तो आपकी इस रचना नें निशब्द कर डाला।। तारीफ के लिए कोई शब्द ही नहीं चुन पा रहा हूँ।
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
जवाब देंहटाएंकृष्ण देखें आज किसके पक्ष है.
zabardast likha hua hai .wo to rachanewala hai jaisa rachega waisa hoga .achchha racha to hamare hit me nahi to viprit .
आज भी शकुनी का पक्ष है भारी
जवाब देंहटाएंगया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
सुंदर रचना। आज के हालत पर ज़ोरदार कटाक्ष।
तत्सम प्रधान शैली में सुन्दर ग़ज़ल.
जवाब देंहटाएं{ Treasurer-T & S }
खूबसूरत भावाभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंचापलूसी भी तो आनी चाहिए
जवाब देंहटाएंक्या हुवा जो कार्य में वो दक्ष है
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
कृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
सटीक कटाक्ष,
आज सब कैदी रिहा हो जायेंगे
जवाब देंहटाएंछल कपट ही आज का अध्यक्ष है
आज भी शकुनी का पक्ष है भारी
गया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
bahut hi saayika aur sateek aaj yahi halaat hain..
dekhen krish aate bhi hain ya nahi..
sundar kavita.
बहुत खूब, साहब.
जवाब देंहटाएंआज भी शकुनी का पक्ष है भारी
जवाब देंहटाएंगया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
कृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
बहुत अच्छा. यह पंक्तियाँ तो स्वयँ कृष्ण के लिये प्रश्न समान हैं अब देखे स्वयँ कृष्ण क्या उत्तर देते हैं कि किस पक्ष में हैं वे... बधाइयाँ.
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
जवाब देंहटाएंकृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
wah,dharm ke badle hue maynon ke beech krishna ka paksh, bahu khoobsurat anokhi soch, digambar ji kamaal ki panktian hai.
dheron badhaai.
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
जवाब देंहटाएंकृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
bhut ghri bat khi hai
janmashtmi par jo jitna mal lgayege
aaj ke bne krshan unke paksh me hai
Sam Saamyik rachnaa.
जवाब देंहटाएं{ Treasurer-S, T }
waaqao mein bahut hi khoobsoorat likha hai aapne.....ek dum sateek rachna hai......
जवाब देंहटाएंDigambar ji....... main apka shukrguzaar hoon....... aapke comments mera hausla badhate hain......
अखण्ड सोभाग्यशाली हो आप ! हमें आपकी लेखनी की निहायत ही ज़रूरत हैं
जवाब देंहटाएंआभार . सेहर जी आपने जो देखा ,कइओं ने ज़िया हैं , सो मेरा भी ज़िया धड़क रहा हैं ,मनुष्य -समाज के अहसासों को कोई रचना देख ले ,अपनी बाँहों में ले ले कर हम सबों के दिल तक पंहुचा दे ,इससे बड़ा इनाम होता नहीं जन्नत में भी ...............
जवाब देंहटाएंdigambhar ji , main hamesha se hi aapka fan hoon , aapki prem kavitayen to jaise mere man ko qauid kar leti hai apne shabdo me .. lekin is rachna ne bhi bahut gahara asaar daala hai man par ..... kya desh , kya corporate , kya society , har jagah hamen to yahi dekhne ko milta hai ,. main nishabd hoon aapki rachna par.. mera salaam kabul kare aur naman bhi .....
जवाब देंहटाएंnamaskar.
vijay
http://poemsofvijay.blogspot.com/
कितने ब्लॉग देखूं... यही सोचता हूँ... यह तो छोटे-छोटे लाइंस में मुखरित अशार है बेहतरीन....
जवाब देंहटाएंआज भी शकुनी का पक्ष है भारी
जवाब देंहटाएंगया द्वापर प्रश्न फिर भी यक्ष है
धर्म के बदले हुवे हैं मायने
कृष्ण देखें आज किसके पक्ष है
waah lajawab,koi alfaz nahi mil rahe tariff ke liye,sunder rachana.
कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामना और ढेरो बधाई .
जवाब देंहटाएंaapaki madmadati rachnao ke beech me is tarah ki rachna nishchit roop se aapaki rachnadharmita udghatit karti he/
जवाब देंहटाएंDigambar ji,
जवाब देंहटाएंbahut hee yatharth parak rachna..aj ke halat bayan karatee huyee.
Poonam
दिगम्बर जी , इस नागफनी को रहने ही दीजिये ... अगर ये न हो तो कविताओं का अकाल हो जायेगा ...
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह उत्कृष्ट रचना ...
Bahut bahut sahi kaha aapne.......yatharthparak bahut hi sundar rachna....Waah !!!
जवाब देंहटाएंchhal kapat hi aaj ka adhyaksh hai,
जवाब देंहटाएंwaah-waah ji kya baat hai.
renu
सच कहा आपने ,यही आज के समय की चाल है
जवाब देंहटाएंधर्म के बदले हुए हैं मायने
जवाब देंहटाएंदेखिये क्रिशन किसके पक्ष हैं........
बहुत अच्छा लिखा है..
आज यही हो रहा है
मैंने अपनी कविता "ख़ुशी" को हिंदी में लिख दिया है
.....जी एस पनेसर