अपना अपना अनुभव है जीवन ... कभी कठोर कभी कोमल,
कभी ख़ुशी तो कभी दर्द ... हालांकि हर पहलू अपना निशान छोड़ता है जीवन में ... पर कई
लम्हे गहरा घाव दे जाते हैं ... बातें करना आसान होता है बस ...
लोग झूठ कहते हैं
दर्द ताकत देता है
आंसू निकल आएं तो मन हल्का होता है
पत्थर सा जमा
कुछ टूट कर पिघल जाता है
पर सच कहूँ ...
दर्द इंसान
को ख़ुदग़र्ज़ बना देता है
सहलाने वाले हाथों
पर फफोले उगा देता है
सहते सहते संवेदनहीन बना देता है
बहते हुवे आंसू
पानी नहीं दर्द का सागर होते हैं
ऐसी आग जो पूरे शरीर को झुलसा देती है
किसी की यादों का सैलाब जो रिस्ता है धीरे धीरे
और उजाड देता हैं सपनों को चिंदी-चिंदी
लोग झूठ कहते हैं दर्द ताकत देता है ...
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