नया वर्ष आने वाला है ... सभी मित्रों को २०१८ की बहुत बहुत शुभकामनाएं ... २०१७ की अच्छी यादों के साथ २०१८ का स्वागत है ...
ये किरदार अपना बदलना पड़ेगा
जो जैसा है वैसा ही बनना पड़ेगा
ये जद्दोजहद ज़िन्दगी की कठिन है
यहाँ अपने लोगों को डसना पड़ेगा
बहुत भीड़ है रास्तों पर शिखर के
किसी को गिरा कर के चलना पड़ेगा
कभी बाप कहना पड़ेगा गधे को
कभी पीठ पर उसकी चढ़ना पड़ेगा
अलहदा जो दिखना है इस झुण्ड में तो
नया रोज़ कुछ तुमको करना पड़ेगा
यहाँ खींच लेते हैं अपने ही अकसर
बचा कर के टांगें निकलना पड़ेगा
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