स्वप्न मेरे: आने वाली किताब का कवर पेज

गुरुवार, 31 अक्तूबर 2019

आने वाली किताब का कवर पेज

आज अपनी पहली पुस्तक का कवर पेज आपके सम्मुख है ... शीघ्र ही किताब आपके बीच होगी ... आपके आशीर्वाद की आकाँक्षा है ... 



25 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीय दिगम्बर जी , हार्दिक शुभकामनायें और बधाई आपकी नयी पुस्तक के लिए | हिंदी गज़ल को नए आयाम देता आपका सार्थक सृजन अपनी मिसाल आप है | गाँव की माटी की सुगंध से लिपटी और प्रेम के उच्चशिखर को छूती आपकी रचनाएँ , नए बिम्ब विधान और सादगी से पाठकों के भीतर बड़ी सरलता से प्रवेश करती हैं | शब्दनगरी से लेकर यहाँ तक मैंने आपकी जितनी रचनाएँ पढ़ीं सब एक दूसरे से अलग रंग और मयार की हैं |'' कोशिश माँ को समेटने की ''से एक बहुत ही भावपूर्ण संग्रह का बोध होता है पुस्तक के कवर पेज की साज सज्जा अत्यंत आकर्षक और मनमोहक है | आशा है आपके ब्लॉग की तरह ही आपकी नयी पुस्तक पाठकों के बीच लोकप्रिय होगी ,मेरी यही दुआ और कामना है | आपका अपने ही शब्दों में परिचय बहुत भावपूर्ण हैं | बहुत सी बातें आपके बारे में पता चली | अच्छा लगा जानकार कि आप भी हरिभूमि हरियाणा से संबंध रखते हैं | एक बार फिर से आपको हार्दिकशुभकामनायें |

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  2. हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई सर। मुझे एक बात कहनी है कि परिचय को एक बार फिर पढ़कर प्रूफरीडिंग कर लें। एकाध वाक्य में गलतियाँ लग रही हैं। पुस्तक का नाम बहुत अच्छा लगा।

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  3. हार्दिक शुभकामनाएँँ एवं बधाई नासवा जी । आपकी किताब के प्रकाशित होने की प्रतीक्षा रहेगी ।

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  4. मेरी शुभकामनायें....माँ ...यादों को इस तरह सहेजना...आह!!

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  5. वाह बहुत सुन्दर। ढेरों शुभकामनाएं। इन्तजार रहेगा।

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  6. जी नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (०२ -११ -२०१९ ) को "सोच ज़माने की "(चर्चा अंक -३५०७) पर भी होगी।
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    आप भी सादर आमंत्रित है
    ….
    अनीता सैनी

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  7. बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें !

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  8. हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएँ

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  9. माँ को समर्पित यह भावुक संग्रह के लिए हार्दिक शुभकामनायें नासवा जी....... इन्तजार रहेगा

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  10. .. वाह .!!! शीर्षक से ही #मां की रसोई घर में कुछ पकाने की खुशबू सी एहसास आसपास तैरने लगी हैं ..यकीनन आपकी आनेवाली किताब भी अपने नाम के अनुरूप ही सब कुछ सहेज कर एक बेहतरीन किताब के रूप में सभों के समक्ष आनेवाली है ..बहुत खूबसूरत शीर्षक आपने चुना है #मां यह सब है ही ऐसा कि इस एक शब्द में सारा संसार सिमट आता है मुझे भी इंतजार रहेगा..ढेर सारी शुभकामनाएं..!!

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  11. आपको बहुत बहुत बधाई दिगंबर जी. आपकी अधिकतर कविताएँ पढ़ी हुई हैं. उसके हम सभी कायल हैं. पुस्तक प्रकाशन पर आपको फिर बधाई. कवर पेज बहुत सुंदर है.

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आपके विचारों और मार्गदर्शन का सदैव स्वागत है