शनिवार, 27 अगस्त 2022
एब-इनीशियो ...
क्या ऐसा होता है
शुक्रवार, 19 अगस्त 2022
श्री कृष्ण …
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की सभी को बहुत बहुत बधाई …
सकल जगत अपना हुआ, जीत न कोई हार
कान्हा जी से जुड़ गए, अंतर्मन के तार
कान्हा जी ऐसा करो, भीगे मन इस बार
शरण तुम्हारी पा सकूँ, भव-सागर हो पार
प्रेम, समर्पण, शक्ति, धन, राधा के अधिकार
दौड़े दौड़े आ गए, कान्हा जिनके द्वार
पृथ्वी, जल-वायू, गगन, अग्नि तत्व शरीर
सुख-दुःख, माया, मोह, जग, हर बंधन में पीर
बने द्वारिकाधीश जो, रहे जगत को पाल
सखा-सखी मन जा बसे, खुद हर-हर गोपाल
सोमवार, 15 अगस्त 2022
हिन्दुस्तान ...
भारत की स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव की सबको बहुत बहुत बधाई ...
प्रेम की ख़ुशबू यहाँ, बलिदान का लोबान है
इस भरत भू की तो कान्हा राम से पहचान है
इक तरफ़ उत्तर दिशा में ध्यान मय हिमवान है
और दक्षिण छोर पे सागर बड़ा बलवान है
योग-माया, शिव सनातन, निज
में अंतर-ध्यान है
संस्कृती जिसकी सनातन जोगिया परिधान है
रीत, व्यंजन, धर्म,
भाषा, और पहनावा जुदा
पर धड़कता है जो दिल में वो तो हिंदुस्तान है
भूमि है अन्वेषकों कि यह पुरातन काल से
वेद गीता उपनिषद में ज्ञान है विज्ञान है
खोज ही जब लक्ष्य हो तब निज की हो या हो जगत
हम कहाँ से, क्यों है जीवन, एक अनुसंधान है
देश की
अवधारणा आकार देती है हमें
कर सकूँ जीवन समर्पित मन में यह अरमान है
शनिवार, 6 अगस्त 2022
फ़लसफा - लम्बी उम्र का ...
माँगता है इन्सान दुआ लम्बी उम्र की
पर नहीं समझ पाता कौन सी उम्र
ढल जाता है बचपन नासमझी में
बीत जाती है जवानी तय शुदा साँसों में
हाँ ... मिलती है लम्बी उम्र
जो आती है सिर्फ बुढापे के हिस्से
उम्र के एक ऐसे पक्ष में जहाँ दर्द के सिवा कुछ नहीं होता
डर रोज़ का हिस्सा होता है
अकेलेपन का एहसास गहरे अँधेरे सा फैलता है जहाँ
काश की लम्बी उम्र से ज्यादा अच्छी उम्र की दुआ होती
न होता तो बचपन लम्बा हो जाता या जवानी की राह ख़त्म न होती
काश की लम्बी उम्र की दुआओं के बाद
आमीन बोलने से पहले कोई तो समझाता ... लम्हों का घटा जोड़
किसको पता होता है लम्बी उम्र की दुआ आती है बुढापे के हिस्से
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