गगन से भी ऊँचा गगन दूसरा है.
उजाला कहाँ ले के आते हैं जुगनू,
चमकना ही उनका उमीदों भरा है.
मेरा नाम आया तो शर्मां गई तुम,
सरे-आम महफ़िल में ये तप्सरा है.
न हम तुम, न ये इश्क़, बदनाम होता,
निगाहों से पूछो ये क्या माजरा है.
गुलाबी गुलाबी तो हो इश्क़ में तुम,
दुपट्टा मगर क्यों अभी तक हरा है.
अभी इश्क़ में थे, अभी बे-रुखी क्यों,
अदा है या कोई नया पैंतरा है.
तेरा साथ क़िस्मत में जब तक नहीं था,
लगा था मुझे भी के तू अप्सरा है.
बहुत अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंदिगम्बर जी आप लाजवाब कर देते हैं...बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति...👏👏👏
जवाब देंहटाएंआह
जवाब देंहटाएंवाह!! एक से बढ़कर एक हसीन जज़्बातों को बयान करते अश्यार
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 14 जून 2023 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंअथ स्वागतम शुभ स्वागतम।
वाह!!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही लाजवाब👌👌👌
अभी इश्क़ में थे, अभी बे-रुखी क्यों,
अदा है या कोई नया पैंतरा है.
वाह!!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही लाजवाब हमेशा की तरह
👌👌👌🙏🙏
अभी इश्क़ में थे, अभी बे-रुखी क्यों,
अदा है या कोई नया पैंतरा है.
बहुत सुंदर गज़ल सर।
जवाब देंहटाएंसादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार १६ जून २०२३ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
अच्छा लिखते हैं
जवाब देंहटाएंलाजवाब शेरों के साथ मनमोहक प्रस्तुति।एक-एक शेर मन को छू गया।सभी शेर एक से बढ़कर एक हैं।शब्द लिखते नहीं बन रहे।हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई स्वीकार करें दिगम्बर जी।वाह और सिर्फ वाह!!!!!
जवाब देंहटाएंगुलाबी गुलाबी तो हो इश्क़ में तुम,
दुपट्टा मगर क्यों अभी तक हरा है.
👌👌👌👌👌👌👌🙏
लाजवाब अशआरों से सजी खूबसूरत ग़ज़ल ।
जवाब देंहटाएंभारत संचार निगम लिमिटेड
जवाब देंहटाएंSh. Abhin Sharma: 8104133333. Email Address: abhin.sharma2492@gmail.com. II. Sh Prince Chandan.: 8648077777. Email Address: Info@weconnectsoft.com.