स्वप्न मेरे: श्री कृष्ण

बुधवार, 6 सितंबर 2023

श्री कृष्ण

सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत बहुत बधाई …🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

ब्रज गोकुल मथुरा रहेमनमोहन घनश्याम,

पश्चिम सागर तट भयोक्रिश्न द्वारिका-धाम.


मान इंद्र का तोड़ करजन के कीजो काज,

चिच्ची उँगली धर लियोगोवर्धन गिर्राज.


अधरों पर बंसी रहेमस्तक पंख मयूर,

कान्हा तो चित-चोर हैवासे राहियों दूर.


सजा हुआ है आज फिरकान्हा का दरबार,

अरजी पर शायद मेरीचर्चा हो इस बार.


सहज सरल सी बात है कहे सुदर्शन चक्र,

संयम ही अनुकूल हैसमय दृष्टि जब वक्र.


सो गलती शिशुपाल कीनहीं उतारा शीश,

दे सकते थे प्रथम परदंड द्वारिका-धीश.


शस्त्र सुदर्शन चक्र धरबंसी धुन में लीन,

कान्हा हैं हर हाल मेंभक्तों के आधीन.


धर्म पक्ष की चिर विजयवीरों का अधिकार,

अर्जुन रथ वल्गा लिएमधुसूदन तैयार.


#स्वप्नमेर #जन्माष्टमी #श्रीकृष्ण

9 टिप्‍पणियां:

  1. कृष्ण जन्माष्टमी पर बहुत बहुत शुभकामनाएँ, भक्ति रस में डूबी सुंदर रचना

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  2. कृष्ण भक्ति से परिपूर्ण अत्यंत सुन्दर सृजन ।कृष्ण जन्मोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ ।

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  3. वाह!!!
    बहुत ही लाजवाब
    कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  4. बहुत सुंदर रचना सर।
    जय श्री कृष्णा।
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    जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना शुक्रवार ८ सितंबर २०२३ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

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  5. कृष्ण जी पर लिखे मनभावन दोहे

    आप कमाल का सृजन करते है
    शुभकामनाएं

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  6. शस्त्र सुदर्शन चक्र धर, बंसी धुन में लीन,
    कान्हा हैं हर हाल में, भक्तों के आधीन.
    इस संसार की युद्धभूमि में शस्त्र धारण करते हुए भी जीवन में संगीत को साध लेने का संदेश देते हैं कृष्ण। इसीलिए वे इतने प्रिय हैं सबके। बहुत सुंदर दोहे। सादर।

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