स्वप्न मेरे: ज़िन्दगी ...

शनिवार, 18 मई 2024

ज़िन्दगी ...

दौड़ें इतना कि खुद के करीब आ जाएँ
सुने अपने दिल की धड़कन
महसूस करें अपनी गर्म साँसें
कि उनके नाम से जीते रहना ज़िन्दगी तो नहीं

सो जाओ तुम ...
नहीं आ सकोगी ख़्वाबों में
कसम ली है आँखों ने रात भर न सोने की
तुम्हारे अलावा भी तिलिस्मी है ये ज़िन्दगी ...
#जंगली_गुलाब

13 टिप्‍पणियां:

  1. बेहतरीन और लाजवाब अभिव्यक्ति ।

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  2. जिन्दगी का तिलिस्म शायर से बेहतर कौन समझेगा...Nice words...👏👏👏

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  3. दौड़ें इतना कि खुद के करीब आ जाएँ
    उच्च आकांक्षाओं में खुद को स्थापित कर खुद को पा लेने तक की दौड़ !!!!
    वाह!!!
    लाजवाब👌👌🙏🙏

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  4. ख़ुद को पा लेने की ख्वाहिश में ही छुपी हैं सारी ख्वाहिशें, वह पूरी हो जाये तो बाक़ी सब मिट जाती हैं अपने आप ही

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