स्वप्न स्वप्न स्वप्न, सपनो के बिना भी कोई जीवन है
बहुत खूबसूरत एहसास पिरोया है आपने सर।सादर।----जी नमस्ते,आपकी लिखी रचना मंगलवार १ अक्टूबर २०२४ के लिए साझा की गयी हैपांच लिंकों का आनंद पर...आप भी सादर आमंत्रित हैं।सादरधन्यवाद।
सुन्दर
सत्यं शिवं सुंदरं
जगजीत सिंह जी और लता दीदी की एल्बम से एक शेर याद आ गया नासवा जी। मैंने तुझसे चाँद सितारे कब माँगे रोशन दिल बेदाग नजर दे या अल्लाह नज़र की ही तो सारी बात है । खूबसूरत इज़हार ।
बहुत सुन्दर
दरअसल रँग होते हैं तो देखने वाले की आँख मेंवाह!!!क्या बात...तभी तो कहते हैं जैसी होगी दृष्टि वैसी होगी सृष्टिलाजवाब सृजन
बहुत बहुत सुन्दर
रंगों की बहुत सुन्दर परिभाषा उकेरी है आपने । अति सुन्दर ।
आपके विचारों और मार्गदर्शन का सदैव स्वागत है
बहुत खूबसूरत एहसास पिरोया है आपने सर।
जवाब देंहटाएंसादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना मंगलवार १ अक्टूबर २०२४ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
सुन्दर
जवाब देंहटाएंसत्यं शिवं सुंदरं
जवाब देंहटाएंजगजीत सिंह जी और लता दीदी की एल्बम से एक शेर याद आ गया नासवा जी।
जवाब देंहटाएंमैंने तुझसे चाँद सितारे कब माँगे
रोशन दिल बेदाग नजर दे या अल्लाह
नज़र की ही तो सारी बात है ।
खूबसूरत इज़हार ।
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंदरअसल रँग होते हैं तो देखने वाले की आँख में
जवाब देंहटाएंवाह!!!
क्या बात...
तभी तो कहते हैं जैसी होगी दृष्टि वैसी होगी सृष्टि
लाजवाब सृजन
बहुत बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंरंगों की बहुत सुन्दर परिभाषा उकेरी है आपने । अति सुन्दर ।
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